【घर पर बने आतिशबाज़ी】चीनी और बेकिंग सोडा से विशाल साँप को बुलाएँ? रसोई में बनने वाली रहस्यमयी “स्नेक फ़ायरवर्क” बनाने की विधि

नमस्ते! मैं हूँ साइंस ट्रेनर केन कुवाको। मेरे लिए हर दिन एक नया एक्सपेरिमेंट है।

गर्मियों की रात में आसमान में चमकती रंग-बिरंगी आतिशबाजी हम सबका दिल जीत लेती है। लेकिन आज मैं आपको जिस आतिशबाजी के बारे में बताने जा रहा हूँ, वह आसमान में नहीं फटती, बल्कि “ज़मीन से रेंगते हुए बाहर निकलती है”। यह देखने में थोड़ी अजीब, थोड़ी डरावनी, लेकिन बेहद जादुई और दिलचस्प है। इसे कहते हैं “स्नेक फायरवर्क” (साँप वाली फुलझड़ी)

मेरा मानना है कि साइंस की किताबों में होने वाले केमिकल रिएक्शंस को सिर्फ रटना नहीं चाहिए, बल्कि उन्हें छुट्टियों की यादों और फैमिली फन का हिस्सा बनाना चाहिए। इसी जुनून के साथ, मैंने अपनी साइंस क्लब के स्टूडेंट्स के साथ मिलकर “सबसे बड़ा काला नाग” बनाने का एक चैलेंज लिया। घर की साधारण चीज़ें जब विज्ञान की शक्ति से अपना रूप बदलती हैं, तो वह किसी एंटरटेनमेंट शो से कम नहीं होता। आपको इसके पीछे की मुश्किल थ्योरी जानने की ज़रूरत नहीं है, इसका अंदाज़ ही आपको हैरान कर देगा! तो चलिए, इस रहस्यमयी काले नाग को बुलाने के लिए विज्ञान का दरवाज़ा खोलते हैं।

ज़रूरी चीज़ें (Ingredients)

इस एक्सपेरिमेंट के लिए आपको जो भी चाहिए, वह आपकी रसोई या पास की फार्मेसी में आसानी से मिल जाएगा:

  • चीनी (Sucrose): 20 ग्राम
  • बेकिंग सोडा (Sodium Bicarbonate): 5 ग्राम
  • इथेनॉल (Ethanol): 25 मिली (स्पिरिट या अल्कोहल)
  • रेत (Sand): (हमने यहाँ विशेष मिट्टी का उपयोग किया है, पर साधारण रेत भी चलेगी)
  • ट्रे: (कोई भी गर्मी सहने वाला बर्तन)

इथेनॉल कई प्रकार के होते हैं—ज़्यादा सांद्रता वाला ‘एब्सोल्यूट अल्कोहल’ से लेकर ‘सैनिटाइज़र’ तक। इस प्रयोग के लिए बस इतना ज़रूरी है कि उसमें आग लग सके।

एक्सपेरिमेंट करने का तरीका

स्टूडेंट्स के साथ कई बार कोशिश करने के बाद, हमने यह सबसे आसान तरीका तैयार किया है:

1. मिश्रण तैयार करें चीनी (20 ग्राम) और बेकिंग सोडा (5 ग्राम) को इथेनॉल (25 मिली) में डालें।

2. रेत पर सेट करें इसे अच्छे से मिलाते हुए रेत के ऊपर डालें।

3. आग लगाएँ! लाइटर या माचिस की मदद से सावधानी से आग जलाएँ।

यहाँ देखें वह जादुई पल जब नाग प्रकट होता है!

नतीजा: उभर कर आए “काले नाग”

हमने अलग-अलग मात्रा के साथ ट्राई किया और पाया कि अगर सामग्री को पहले से अच्छे से मिला लिया जाए, तो साँप ज़्यादा मज़बूती से बाहर निकलता है। ज़रा इन तस्वीरों को देखिए, ये किसी कलाकृति से कम नहीं हैं!

ऐसा लगता है मानो कोई जीवित चीज़ ज़मीन से रेंगती हुई बढ़ रही है। कुछ आकृतियाँ तो किसी मॉडर्न आर्ट जैसी दिखती हैं।

इसके पीछे का विज्ञान (Science behind it)

जब यह “साँप” ठंडा हो जाए (पूरी तरह ठंडा होने के बाद ही छुएँ!), तो आप देखेंगे कि यह बहुत हल्का और कुरकुरा है। इसे फूंक मारते ही यह टूट जाता है। इसके पीछे दो मुख्य कारण हैं: “कार्बनीकरण” (Carbonization) और “गैस का बनना”

1. चीनी का जलना: आग की गर्मी से चीनी पिघलती है और फिर जलकर ‘कार्बन’ (कोयला) में बदल जाती है। यही काला हिस्सा साँप का शरीर बनाता है। 2. सोडा का कमाल: बेकिंग सोडा गर्मी पाकर टूटता है और तेज़ी से कार्बन डाइऑक्साइड (CO2) गैस छोड़ता है।

बेकिंग सोडा का थर्मल डीकंपोजिशन

3. यह लंबा क्यों होता है? पिघली हुई चीनी का कार्बन चिपचिपा होता है। सोडा से निकलने वाली गैस के बुलबुले इस कार्बन को अंदर से फुलाते हुए बाहर की ओर धकेलते हैं। ठीक वैसे ही जैसे गुब्बारा फूलता है! यही वजह है कि यह एक लंबे साँप का आकार ले लेता है।

यह प्रयोग विज्ञान के जादू को महसूस करने का सबसे बेहतरीन तरीका है। इस बार घर पर इसे ज़रूर ट्राई करें! आपको वह रोमांच मिलेगा जो सिर्फ किताब पढ़ने से कभी नहीं मिल सकता।

संपर्क और जानकारी

मैं विज्ञान को मज़ेदार और आसान बनाने के लिए नए-नए तरीके खोजता रहता हूँ। अधिक जानकारी के लिए यहाँ देखें:

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